Thu Apr 06 2023,05:36 PM

मानवतावाद और इसकी आकांक्षाएँ

मानवतावाद और इसकी आकांक्षाएँ

मानवतावाद जीवन का एक प्रगतिशील दर्शन है, जो अलौकिकता के बिना, व्यक्तिगत पूर्णता के नैतिक जीवन का नेतृत्व करने की हमारी क्षमता और जिम्मेदारी की पुष्टि करता है जो मानवता की अधिक से अधिक भलाई की आकांक्षा करता है।

मानवतावाद का जीवन-दर्शन विवेक द्वारा निर्देशित , करुणा से प्रेरित, और अनुभव पर आधारित है और हमें जीवन को अच्छी तरह से और पूरी तरह से जीने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह युगों के दौरान विकसित हुआ है और अभी भी विचारशील लोगों के प्रयासों के माध्यम से इसका विकसित होना जारी है l हम मानते हैं कि हमारे मूल्य और आदर्श हमारे ज्ञान और समझ के विकास के साथ परिवर्तनशील हैं भले ही वे कितनी भी सावधानी के साथ क्यों न गढ़े गए हों l

यह दस्तावेज़ मानवतावाद की वैचारिक सीमाओं को स्पष्ट और सकारात्मक शब्दों में प्रकट करने के लिए चल रहे एक प्रयास का हिस्सा है, इस बात का नहीं कि हमें क्या विश्वास करना चाहिए, बल्कि इस बात का कि हम किस पर विश्वास करते हैं - इस पर आम सहमति। अतः इस सन्दर्भ में हम निम्नलिखित की पुष्टि करते हैं:

दुनिया का ज्ञान - अवलोकन, प्रयोग और तर्कसंगत विश्लेषण से प्राप्त किया गया है। मानवतावादी मानते हैं कि विज्ञान इस ज्ञान को निर्धारित करने के साथ-साथ समस्याओं को हल करने और लाभकारी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए सबसे अच्छी विधि है। हम विचार, कला और आंतरिक अनुभव में नए आयामों के महत्व को भी पहचानते हैं - प्रत्येक विषय पर तार्किक बुद्धिमत्ता द्वारा विश्लेषण के लिए।

मनुष्य प्रकृति का एक अभिन्न अंग है, और प्रकृति में निरंतर अनियंत्रित विकासवादी परिवर्तन होते रहने का ही एक परिणाम है l मानवतावादी प्रकृति को स्वयंभू के रूप में पहचानते हैं। हम अपने जीवन को पूर्ण, अपना सब कुछ और पर्याप्त के रूप में स्वीकार करते हैं l हम उन दो प्रकार की चीजों में अंतर करते हैं - (१) जैसी की वे हैं , और (२) जैसी कि हम चाहते हैं या जिनके होने की कल्पना कर सकते हैं। हम भविष्य की चुनौतियों का स्वागत करते हैं, और उन चीज़ों से नहीं घबराते जिन्हें हम अभी तक नहीं जानते , बल्कि उनको जानने के प्रयास करते हैं l

नैतिक मूल्य, मानव की ज़रूरतों और हितों के अनुसार अनुभवों के आधार पर बनते हैं I मानवतावादी इन मूल्यों को मनुष्य के कल्याण के लिए , मानव की तत्कालीन परिस्थितियों , हितों , रुचियों और सरोकारों की बुनियाद पर खड़ा करते हैं I वे केवल मानव प्रजाति तक सीमित नहीं रहते , बल्कि वे नैतिकता की अवधारणा का विस्तार संपूर्ण विश्व के स्तर पर ले जाते हैं जिसमें अन्य प्रजातियां एवं पर्यावरण शमिल हैं I मानवतावादी मानते हैं कि हर व्यक्ति में अन्तर्निहित गुण , योग्यता और मर्यादा होती है, और उसे ज़िम्मेदारी के साथ अपने रास्ते का चुनाव करने का अधिकार है I